ॐ नमो : नारायणाय
क्या है ये ?:
ये विष्णु का महामंत्र है ।
‘नारा ‘ = ब्रह्माण्ड की ऊर्जा , वो सब जो दीखता(visible ) है और नहीं भी दीखता (invisible )
‘अयान’ = ये ऊर्जा का उदभव और विघटन (अंत)
नारायण यानि विराट पुरुष, यही विष्णु है । हम जो कुछ भी देखते है हमारी आँखों से (सजीव एवं निर्जीव ) वो सब विष्णु का रूप (form ) है ।
ये मंत्र 8 अक्षरों से बना है । 8 यानि विराट पुरुष ।
कैसे करे ?
आँखे बांध करके नारायण यन्त्र या विष्णु की मूर्ति को दोनों आँखों (ब्रह्मरंध्र , सुष्मणा नाड़ी का केन्द्र ) में ध्यान करे फिर मंत्र का जप शांति से करे
ॐ = ओम। … ….
नमो = नमोहः
नारायणाय = ना रा या ना य
ये मंत्र को एकादशी (10 इन्द्रिया और 1 मन ) को हो सके इतने कर ने चाहिए , गुरुवार को भी करे
इसके १,२५,००० जप से ये सिद्ध होता है
क्या फायदा होगा ?
१) ये कुंडली सक्ति (8 चक्र ) को जागृत करने में बहोत उपयोगी
२) इसे चैतन्य शक्ति का ज्ञान होगा
३) हमारी जो भी अच्छी इच्छा है उसकी पूर्ति करने में मदद करेगा
४) ये मंत्र trasnformation यानि बदलाव करता है , यानि जिसको अपनी जिंदगी में अच्छा बदलाव करना है उसके लिए
कैसे काम करता है ?
मंत्र दिमाग की दवा है ,दिमाग को ठीक किया तो सब ठीक । इसको निरंतर जप करने से आपके दिमाग में अदभुत बदलाव आएगा और महसूस भी होगा । ये आपके कुण्डलिनी चक्र ठीक करेगा इससे आपके शरीर और मन दोनों में नयी शक्ति का संचार होगा । आप के मन को कंट्रोल कर सकेगे । ये आपको पॉजिटिव बनाएगा और ऐसे काम करने को प्रेरित करेगा।